Patharchatta Ke Fayde
Benefits of Pattharchatta Plant
पत्थरचट्टा का परिचय:
आयुर्वेद में कई पौधों को औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, और पत्थरचट्टा (Patharchatta) इन्हीं में से एक है। इसे एयर प्लांट, कैथेड्रल बेल्स, लाइफ प्लांट, और मैजिक लीफ जैसे अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है।
यह एक सदाबहार पौधा है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसके गुण न केवल शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं बल्कि कई गंभीर बीमारियों को ठीक करने में भी कारगर हैं। आइए जानते हैं पत्थरचट्टा किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद है और इसका सही सेवन कैसे करें।
पत्थरचट्टा से कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं ठीक?
1. गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत:
गठिया और जोड़ों के दर्द (arthritis) से जूझ रहे लोगों के लिए पत्थरचट्टा बेहद फायदेमंद है। यह सूजन को कम करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
2. गुर्दे की पथरी का इलाज:
गुर्दे की पथरी (kidney stone) के लिए पत्थरचट्टा को रामबाण माना जाता है।
इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टल को तोड़ने में मदद करते हैं, जिससे पथरी आसानी से पेशाब के जरिए बाहर निकल जाती है। यह किडनी को स्वस्थ रखने में भी मददगार है।
3. हाई ब्लड प्रेशर में मददगार:
पत्थरचट्टा के पत्तों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर (High BP) के मरीजों के लिए इसका सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है।
कैसे करें पत्थरचट्टा का सेवन?
1. काढ़ा बनाकर: पत्थरचट्टा के पत्तों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
2. अर्क के रूप में: इसके पत्तों से अर्क निकालकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
3. लेप बनाकर: फोड़ा, फुंसी या सूजन पर इसके पत्तों को पीसकर लेप के रूप में लगाया जा सकता है।
पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन का सही तरीका और समय:
पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन 40 दिनों तक किया जा सकता है।
- सेवन के एक घंटे बाद तक कुछ भी न खाएं।
- किसी भी बीमारी के इलाज के लिए इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
नोट: यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हमेशा विशेषज्ञ की सलाह लें।
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यह लेख अवशय पढ़ें:
यह नीला फूल बहुत ही करामाती फूल है, इसकी चाय बहुत फ़ायदेमंद है
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