घर पर पुदीना कैसे उगाएं? ऐसे उगाएंगे तो बहुत घनी और हरी भरी होगी पुदीना

घर पर पुदीना कैसे उगाएं?

घर पर पुदीना कैसे उगाएं?

 

पुदीना एक सुगंधित जड़ी-बूटी है जो न केवल खाने के स्वाद को बढ़ाती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। यह पाचन तंत्र को ठीक रखने, ताजगी प्रदान करने और तनाव कम करने में सहायक है। इसके अलावा, यह प्राकृतिक कीट निवारक का भी काम करता है। अगर आप घर पर ताजा और जैविक पुदीना उगाना चाहते हैं, तो बीज से उगाने की विधि सबसे टिकाऊ और लंबे समय तक चलने वाली होती है। आइए जानें कि घर पर बीज से पुदीना उगाने की पूरी प्रक्रिया क्या है।

Mint
पुदीना (Mint)

घर पर पुदीना उगाने की विधि

पुदीना का पौधा कैसे प्राप्त करें?

पुदीना उगाने के तीन मुख्य तरीके हैं:

1. नर्सरी से पौधा खरीदकर

  • अप्रैल से अक्टूबर के बीच नर्सरी में पुदीना के पौधे आसानी से मिल जाते हैं।
  • इनकी कीमत ₹30-40 के बीच होती है।
  • यह सबसे आसान तरीका है, जिसमें आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती।

2. कटिंग से उगाना

  • बाजार से ताजा पुदीना खरीदें और उसके तने को काट लें।
  • कटिंग को पानी में कुछ दिन रखें, जब जड़ें निकल आएं तो इसे मिट्टी में लगा दें।
  • यह विधि तेज़ होती है, लेकिन ऐसे पौधे ज्यादा लंबे समय तक नहीं चलते।

3. बीज से उगाना (सबसे टिकाऊ तरीका)

  • बीज से पुदीना उगाना थोड़ा समय लेता है, लेकिन इससे पौधा 3-4 साल तक अच्छा रहता है।
  • यदि आप लंबे समय तक ताजा पुदीना चाहते हैं, तो बीज से उगाना सबसे बेहतर तरीका है।

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बीज से पुदीना उगाने के लिए सही समय और परिस्थितियां

 

1. पुदीना उगाने का सही समय

  • बीज से पुदीना उगाने के लिए फरवरी-मार्च या बरसात का मौसम सबसे अच्छा होता है।
  • इस समय तापमान सही रहता है और अंकुरण की दर अच्छी होती है।

2. सही तापमान

  • पुदीना 15-20°C तापमान में अच्छी तरह बढ़ता है।
  • बहुत ज्यादा ठंड या गर्मी में पौधा कमजोर पड़ सकता है।
  • अगर पत्तियां पीली होने लगें तो चिंता न करें, मौसम के अनुकूल होते ही पौधा फिर से स्वस्थ हो जाएगा।

3. बीज की गुणवत्ता

  • हमेशा ताजा और उच्च गुणवत्ता वाले बीज खरीदें।
  • पुराने या खराब बीजों से अंकुरण की संभावना कम हो जाती है।

4. अंकुरण प्रक्रिया

  • बीजों का अंकुरण धीमा होता है।
  • पहले 10-12 दिनों में सिर्फ 3-4 बीज अंकुरित होते हैं और बाकी 1 महीने के भीतर।
  • इसलिए धैर्य बनाए रखें और उचित देखभाल करें।

5. गमले का सही चयन

  • पुदीना के पौधे की जड़ें तेजी से फैलती हैं, इसलिए सीधा जमीन में लगाने की बजाय चौड़ा गमला चुनें।
  • कम से कम 1 फुट गहरा और चौड़ा गमला लें, ताकि पौधा अच्छी तरह बढ़ सके।
  • पुदीना को अन्य पौधों के साथ न लगाएं, क्योंकि यह उनके विकास को रोक सकता है।

पुदीना के लिए सही मिट्टी का मिश्रण

 

soil for mint
पुदीना के लिए सही मिट्टी

 

पुदीना अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में तेजी से बढ़ता है। सही मिट्टी तैयार करने के लिए:

  1. छनी हुई स्थानीय मिट्टी लें।
  2. मिट्टी की आधी मात्रा में वर्मीकंपोस्ट मिलाएं (इसे किसी भी जैविक खाद से बदला जा सकता है)।
  3. थोड़ी मात्रा में नदी की रेत मिलाएं ताकि मिट्टी ढीली और हवादार बनी रहे।
  4. आधी मात्रा में कोकोपीट डालें, जिससे नमी बनी रहे।
  5. नीम खली और सरसों खली की एक मुट्ठी मिलाएं ताकि पौधा कीटों से बचा रहे।
  6. थोड़ी मात्रा में फफूंद नाशक पाउडर डालकर सब कुछ अच्छे से मिला लें।

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बीज बोने की प्रक्रिया

 

Mint seed

  1. छोटे गमले के छेद को अखबार से ढकें और उसमें तैयार की गई मिट्टी भरें।
  2. मिट्टी को अच्छे से गीला करें ताकि नमी बनी रहे।
  3. ऊपर से हल्की कोकोपीट की परत डालें क्योंकि पुदीना के बीज कोकोपीट में जल्दी अंकुरित होते हैं।
  4. बीजों को ऊपर से हल्का दबाकर पतली कोकोपीट की परत से ढक दें।
  5. गमले को हल्की रोशनी वाले स्थान पर रखें (तेज धूप या बहुत अंधेरे स्थान से बचें)।
  6. जब मिट्टी की ऊपरी सतह सूखी लगे तो हल्के हाथों से पानी डालें
  7. 10-12 दिनों में अंकुर निकलेंगे और 1-1.5 महीने बाद इन्हें बड़े गमले में ट्रांसप्लांट करें।

नोट:

  • पौधे को शिफ्ट करने का सबसे अच्छा समय शाम होता है ताकि पौधे को कम झटका लगे।
  • ट्रांसप्लांट के बाद मिट्टी को अच्छे से पानी दें और पौधे को सहारा देने के लिए छड़ी का उपयोग करें

पुदीना के पौधे की देखभाल

 

1. खाद और उर्वरक

  • पुदीना उगने के बाद हर 2 महीने बाद गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट टी डालें।
  • सर्दियों से पहले सरसों खली की खाद देने से पौधा ठंड सहने के लिए मजबूत होगा।

2. धूप की जरूरत

  • पुदीना को 2-3 घंटे हल्की धूप मिलनी चाहिए।
  • सुबह या शाम की धूप उत्तम होती है, दोपहर की तेज धूप से बचाएं।

3. पानी देना

  • मिट्टी को हमेशा हल्का नम रखें, लेकिन अधिक पानी से बचें।
  • बारिश का पानी पौधे के लिए अच्छा होता है, इसलिए बारिश में इसे खुले में रखें।

4. छंटाई (प्रूनिंग)

  • पुदीना की ज्यादा छंटाई की जरूरत नहीं होती, लेकिन सूखे और खराब पत्तों को हटा दें
  • फूल आने पर उन्हें हटा देना चाहिए ताकि पौधा ज्यादा झाड़ीदार बना रहे।

निष्कर्ष

अगर आप ताजा और सुगंधित पुदीना घर पर उगाना चाहते हैं, तो बीज से उगाने की विधि सबसे टिकाऊ और फायदेमंद है। सही मिट्टी, पानी, धूप और देखभाल से आप 3-4 साल तक पुदीना का आनंद ले सकते हैं। इस गाइड को फॉलो करके आप आसानी से घर पर ही जैविक और स्वस्थ पुदीना उगा सकते हैं। 🌿

खुशहाल बागवानी! 🌱🌞

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