हरसिंगार (पारिजात) पौधे को कैसे उगाएं और इसकी देखभाल कैसे करें? 7 Expert Tips

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हरसिंगार (पारिजात) एक पवित्र और सुगंधित पौधा है जिसे कई नामों से जाना जाता है, जैसे पारिजात, रात्रि-फूल वाली चमेली (Night Blooming Jasmine), शिउली और शेफाली। इसके सुंदर नारंगी और सफेद फूल ज़्यादातर रात में खिलते हैं और सुबह होते ही झड़ जाते हैं।

हरसिंगार के पौधे का सबसे खूबसूरत पहलू इसका पुष्प ऋतु है। जब पारिजात के फूल खिलने लगते हैं, तो यह स्वाभाविक रूप से शरद ऋतु के आगमन का संकेत देता है, और शीत ऋतु जल्द ही आने वाली है।

हरसिंगार (पारिजात)
हरसिंगार (पारिजात)

फूलों का मौसम (Flowering Season)

हरश्रृंगार (पारिजात) का पौधा सितंबर के अंत या अक्टूबर की शुरुआत में खिलना शुरू होता है और दिसंबर तक खिलता रहता है। उसके बाद, यह अगले साल तक सुप्त अवस्था में रहता है। इसलिए, अक्टूबर का महीना इस पौधे के लिए एक विशेष समय होता है।

इस हरसिंगार पौधे (नाइट जैस्मिन / पारिजात) की संपूर्ण देखभाल मार्गदर्शिका में, हमने घर पर हरसिंगार उगाने का तरीका, पानी देने की विधि, धूप की आवश्यकता और मिट्टी के मिश्रण से लेकर सर्वोत्तम उर्वरक की आवश्यकताओं तक, साझा किया है।

हरसिंगार (पारिजात) पौधे के बारे में रोचक तथ्य

  • हरसिंगार एक औषधीय पौधा है और इसके विभिन्न औषधीय और स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
  • इस पौधे की पत्तियों में बुखार, साइटिका और घुटनों के दर्द को ठीक करने की क्षमता होती है। इन पत्तियों से कई औषधियाँ बनाई जाती हैं।
  • लोग हरसिंगार पौधे की पूजा करते हैं और इसके फूलों को देवताओं को भी चढ़ाते हैं।
  • विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक खाद्य रंग के रूप में इसके फूलों का उपयोग किया जा सकता है। व्यंजनों में केसर की जगह सूखे फूलों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • एक बार स्थापित होने के बाद यह 100 वर्षों तक पनप सकता है।

हरसिंगार (पारिजात) पौधे को कैसे उगाएं?

1. हरसिंगार (पारिजात) के लिए सबसे अच्छा मौसम

हरसिंगार (पारिजात)
हरसिंगार (पारिजात)

1. उगाने का मौसम (फरवरी से सितंबर) – हरसिंगार एक सामान्य ग्रीष्मकालीन पौधा है और फरवरी से सितंबर तक 8 महीनों तक अच्छी तरह से पनपता है। इस अवधि में नई शाखाएँ और पत्तियाँ तीव्र गति से निकलती हैं।

2. खिलने का मौसम (अक्टूबर से लेकर दिसंबर) – हरसिंगार (पारिजात) में  फूल अक्टूबर से लेकर दिसंबर, जनवरी और फ़रवरी तक खिलते हैं।

3. सुप्त अवस्था (dormancy period) – ठंड के मौसम में यह पौधा थोड़ी सुप्त अवस्था  (dormancy period) में चला जाता है।

  • विशेषकर उत्तर भारत में दिसंबर के अंत से जनवरी तक यह तनाव (stress) में रहता है। इसके विकास, फूल आने और सुप्तता चक्र के अनुरूप फरवरी में इसकी छंटाई (pruning) करें।

2. हरसिंगार (पारिजात) के लिए गमला कैसा होना चाहिए

  • आमतौर पर यहां बड़े आकार के मिट्टी के गमले को प्राथमिकता दी जाती हैं।
  • 12 इंच से लेकर 16 इंच, 18 या 21 इंच तक के आकार का कोई भी गमला चुना जा सकता है।
हरसिंगार का पेड़ गमले में

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गुलाब के लिए सही मिट्टी का मिश्रण कैसे बनाये?

3. पारिजात (हरसिंगार) पौधे की मिट्टी कैसी होनी चाहिए

इस पौधे की मिट्टी मुलायम और भुरभुरी होनी चाहिए। चिकनी और कठोर मिट्टी से बचें, उस मिट्टी में पौधे जीवित नहीं रह पाएंगे।

पारिजात (हरसिंगार) मिट्टी बनाने की विधि:

1. बगीचे की मिट्टी लें और उसे अच्छी तरह साफ़ करें।

2. खाद (कम्पोस्ट) – बगीचे की मिट्टी की आधी मात्रा में खाद (कम्पोस्ट) (वर्मीकम्पोस्ट) मिलाएँ। कम्पोस्ट मिट्टी को पोषक तत्वों से समृद्ध करता है और मिट्टी की संरचना में सुधार करता है।

3. रेत – जल निकासी में सुधार के लिए, कम्पोस्ट की आधी मात्रा में रेत (नदी की रेत) मिलाएँ।

4. कोको पीट – रेत की आधी मात्रा में कोको पीट मिलाएँ।

  • यह मिट्टी में नमी बनाए रखने में मदद करता है और इसकी बनावट में सुधार करता है।

5. नीम की खली – थोड़ी मात्रा में नीम की खली का पाउडर मिलाएँ। मिट्टी के मिश्रण में नीम की खली का पाउडर मिलाने से फफूंद संक्रमण और मिट्टी जनित कीड़ों से प्राकृतिक सुरक्षा मिलती है।

6. Fungicide कवकनाशी – मिट्टी के मिश्रण में लगभग 10 ग्राम कवकनाशी (Fungicide) मिलाएँ।

  • फफूंद संक्रमण को रोकने के लिए मिट्टी के मिश्रण में कवकनाशी मिलाना एक अच्छा विकल्प है।

7. सभी घटकों को अच्छी तरह से मिलाएं।

4. हरसिंगार को सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता

ग्रीष्म ऋतु का पौधा होने के कारण, हरसिंगार को धूप बहुत पसंद है।

  • स्वस्थ विकास और फूल आने के लिए, इस पौधे को प्रतिदिन कम से कम 4 से 5 घंटे सीधी धूप की आवश्यकता होती है।
  • इसे छायादार या अंधेरे स्थान पर रखने से बचें।

5. पारिजात (हरसिंगार) पौधे की छंटाई (प्रूनिंग)

अगर आप चाहते हैं कि आपका पारिजात का पौधा नई वृद्धि को प्रोत्साहित करे, तो छंटाई ज़रूरी है। नई वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए, गांठों के ठीक ऊपर सभी शाखाओं के सिरे काटकर पौधे की छंटाई करें।

  • लगभग 25 दिनों के बाद, उन जगहों से नई शाखाएँ निकल आएंगी जहाँ से सिरे काटे गए थे।

6. हरसिंगार को पानी देने का तरीका  

हरसिंगार को तब पानी की आवश्यकता होती है जब मिट्टी अंदर से भी सूखी हो। कई पौधों को जीवित रहने के लिए नम मिट्टी की आवश्यकता होती है लेकिन यहां इसकी सलाह नहीं दी जाती है। 

  • पहली बार पानी ठीक से किश्तों में दें जब तक कि वह नीचे के छिद्र से बाहर न आ जाए।
  • उसके बाद ऊपरी मिट्टी को ढीला बनायें और यदि मिट्टी अंदर से सूखी हो तो पानी दें।
  • यदि मिट्टी गीली है तो पानी देने के लिए कुछ दिन और रुकें।
  • यह पौधा अधिक पानी देने से नहीं, बल्कि कम पानी देने से मर जाता है।

7. हरसिंगार को खाद कब दें 

हरसिंगार को खाद देने का तरीका थोड़ा अलग है।

  • फरवरी से सितंबर – इस समय गाय के गोबर की तरल (cow-dung liquid fertilizer) खाद देनी चाहिए। यह खाद महीने में एक बार एक निश्चित तारीख को को ही देनी चाहिए।
  • वैकल्पिक रूप से, इस अवधि में वर्मीकम्पोस्ट टी (vermicompost tea) का भी उपयोग किया जा सकता है।
  • अक्टूबर से जनवरी – इन 4 महीनों के लिए सरसों की खली(mustard cake liquid fertilizer) की तरल खाद को प्राथमिकता देनी चाहिए।
  • इसके अलावा इस समय कोई तरल टॉनिक (प्याज का छिलका, एप्सम नमक या केले का छिलका) यानी सूक्ष्म पोषक तत्व भी 15 दिन के अंतराल में देना चाहिए।
  • शरद ऋतु इस पौधे के फूल आने का समय है, इसलिए इसमें लगातार फूल खिलने के लिए उचित उर्वरक डालना चाहिए।

FAQs on हरसिंगार Harshringar plant

हरसिंगार (रात में खिलने वाली चमेली) के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1. हरसिंगार का पौधा उगाने के लिए सबसे अच्छा मौसम कौन सा है?

उत्तर: हरसिंगार का पौधा उगाने का सबसे अच्छा मौसम फरवरी से सितंबर तक है।

2. हरसिंगार (पारिजात) के पौधे के लिए कौन सा गमला सबसे अच्छा है?

उत्तर: हरसिंगार के पौधे के लिए मिट्टी और प्लास्टिक के गमले सबसे अच्छे होते हैं।

3. क्या हम हरसिंगार को छोटे गमले में उगा सकते हैं?

उत्तर: हाँ, आप इसे उगा सकते हैं, लेकिन कुछ समय बाद, जब पौधा बड़ा हो जाए और उसकी जड़ें गमले से बाहर निकलने लगें, तो आप इसे एक बड़े गमले में लगा सकते हैं। हालाँकि, अगर आप इसे पहली बार उगा रहे हैं, तो हमेशा 12 इंच के गमले को प्राथमिकता दें।

4. हरसिंगार के पौधे को स्वस्थ विकास और फूल आने के लिए कितनी धूप की आवश्यकता होती है?

उत्तर: हरसिंगार का पौधा गर्मियों में उगता है। स्वस्थ विकास और फूल आने के लिए, इसे प्रतिदिन कम से कम 4 से 5 घंटे सीधी धूप की आवश्यकता होती है। इसे किसी खुली छत या बालकनी पर रखें जहाँ इसे रोज़ाना धूप मिले।

5. फूल आने के दौरान मुझे अपने हरसिंगार के पौधे को कौन से उर्वरक देने चाहिए?

उत्तर: फूल आने की अवस्था के दौरान, 15 से 20 दिनों के अंतराल पर जैविक उर्वरक जैसे: सरसों की खली का तरल उर्वरक, प्याज के छिलके का तरल उर्वरक और केले के छिलके का तरल उर्वरक डालें।

उपरोक्त विवरण पारिजात पौधे के बारे में थी। इस उगाएं। और इसका आनंद लें। इस पौधे की देखभाल करके इससे ढेर सारे फूल प्राप्त करें।

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