मनी प्लांट को हरा भरा करने की टिप्स

मनी प्लांट्स को ‘पोथोस’ के नाम से भी जाना जाता है, यह बहुत सारे रंगों में और विभिन्न किस्म के उपलब्ध हैं तथा दुनिया भर में अलग-अलग नामों से जाने जाते हैं। मनी प्लांट की खूबसूरत, चमकदार, बड़ी-बड़ी हरी पत्तियां हमेशा हर बगीचे की खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं और इसलिए लगभग हर दूसरे घर में यह पौधा देखने को मिलता है।

    • मनी प्लांट को एक मजबूत और कम रखरखाव वाला पौधा माना जाता है जिसकी देखभाल करना आसान होता है और यह हवा को भी शुद्ध करता है।
    • आमतौर पर इसकी पत्तियाँ हरी और अलग-अलग होती हैं और यह कई फीट लम्बा हो सकता है ।
    • बागवानी की शुरुआत करने वालों या व्यस्त जीवन शैली वाले लोगों के लिए यह पौधा एक बढ़िया विकल्प है।
    • कुछ लोग मनी प्लांट को घर के अंदर रखते हैं तो कुछ लोग इन पौधों को घर के बाहर रखते हैं। अगर इसकी ठीक से देखभाल की जाए तो यह पौधा दोनों जगहों पर आसानी से बढ़ सकता है।

 

अतः, इस लेख में हम आपको बताएँगे कि मनी प्लांट को घना बनाने के लिए देखभाल कैसे की जाए और इसकी कटिंग को सफलतापूर्वक कैसे लगाया जाए।

1. मनी प्लांट के लिए सबसे अच्छा मौसम

    • यह गर्मी के मौसम का पौधा है और फरवरी-अक्टूबर के दौरान सबसे अच्छा बढ़ता है।
    • मनी प्लांट के लिए मानसून सबसे अच्छा मौसम है। बारिश के दौरान मनी प्लांट का पौधा और कटिंग दोनों तेजी से बढ़ते हैं।
    • शर्दियों के मौसम में इसके बढ़ने की गति धीमी हो जाती है। वहीं मनी प्लांट की पत्तियां भी पीली या काली होने लगती हैं इसलिए इन्हें गर्म स्थान (सर्दियों के दौरान) में रखना चाहिए।

2. मनी प्लांट कहाँ से लें/ मनी प्लांट की किस प्रकार लें?

     1.नर्सरी से

    • नर्सरी में मनी प्लांट आसानी से मिल जाते हैं।
    • नर्सरी में, यह गमलों या पॉलीबैग में उपलब्ध होगा।
    • अगर यह गमले में उपलब्ध है तो इसे दुसरे गमले में न लगाए । इसे कुछ समय के लिए अपने स्थान पर व्यवस्थित होने दें।
    • अगर यह पॉलीबैग में मिलता है तो इसे गमले में लगाने के लिए भी 7-8 दिनों तक इंतेजार करें। जब यह पूरी तरह से आपके घर के वातावरण में सेट हो जाए तभी इसको गमले में लगाए।

    2.कटिंग से

 

    • मनी प्लांट की कटिंग कहीं से भी ली जा सकती है। कटिंग का उपयोग कर के अत्यधिक सघन मनी प्लांट बनाया जा सकता है।
    • हमेशा स्वस्थ मनी प्लांट से कटिंग लें।
    • सुनिश्चित करें कि चुनी गई शाखा में कम से कम 3-4 नोड हों।
    • मनी प्लांट हमेशा गांठों या एरियल रूट से उगते हैं, पत्तियों से नहीं।
    • हमेशा मनी प्लांट की 3-4 कटिंग कर लें, ताकि अगर एक कटिंग ना लगे तो आप दूसरे का उपयोग कर सकें।
    • कलमों को विभिन्न माध्यमों जैसे पानी, मिट्टी, लेका बॉल्स, नारियल का बुरादा, बालू आदि में उगाया जा सकता है

 

महत्वपूर्ण बात:

    • मनी प्लांट को गमले में लगाने का काम शाम के समय ही करें।
    • गमला बदलते समय मनी प्लांट की मॉस स्टिक और जड़ों को छेड़ना नहीं चाहिए।

3. मनी प्लांट को कहां रखना चाहिए

  • मनी प्लांट को लम्बे समय तक तेज, सीधी धूप में नहीं रखना चाहिए।
    • मनी प्लांट अप्रत्यक्ष रोशनी (उज्ज्वल और मध्यम रोशनी) में रखना सबसे अच्छा होता है।
    • मनी प्लांट को आप बाहर या घर के अंदर दोनों ही जगह रख सकते हैं ।इसे छत और बालकनी पर हरे जाल या किसी अन्य शेड से ढककर रखा जा सकता है।
    • पौधे की बार बार जगह नहीं बदलनी चाहिए । एक ही जगह पर जमा रहने दें, इसे ज्यादा इधर-उधर न करें।

4. मनी प्लांट के लिए गमला

    • मुख्यतः, 8-10 इंच आकार का गमला, मनी प्लांट के लिए पर्याप्त है लेकिन इसे किसी छोटे गमले में भी लगाया जा सकता है।
    • हैंगिंग पॉट्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
    • इनका गमला तब तक नहीं बदलना चाहिए जब तक पौधे की जड़ें गमले से बाहर न निकलने लगें।

5. मनी प्लांट के लिए मिट्टी

मनी प्लांट के लिए मिट्टी अच्छे जल निकास वाली होनी चाहिए अर्थात अगर पौधे को पानी दिया जाए तो मिट्टी उसे जल्दी सोख ले और ऊपर पानी जमा नहीं होने दे ।

अच्छी जल निकास वाली मिट्टी कैसे बनायें?

1.मिट्टी: आपके क्षेत्र में जो भी मिट्टी उपलब्ध हो उसे ले लें और छानकर अच्छे से साफ कर लें।

2.कम्पोस्ट: जितनी मिट्टी ली है आपने, उसका आधा भाग खाद लेनी है। कोई भी खाद जैसे वर्मीकम्पोस्ट, रसोई की खाद, गाय के गोबर की खाद, पत्तियों की खाद, या कोई अन्य खाद सभी काम करेंगे।

3. नारियल का बुरादा: जितनी खाद ली है उसका आधा (खाद की मात्रा का आधा) आपको कोको पीट लेना है।

4. नदी की रेत: आपको रेत उतनी ही लेनी है जितनी आपने कोको पीट (कोको पीट जितनी ही मात्रा) ली है। नोट: यदि मिट्टी रेतीली है तो रेत ना डाले ।

5. नीम केक पाउडर और ट्राइकोडर्मा या दालचीनी पाउडर जैसे कवकनाशी भी मिलाए जा सकते हैं।

सभी सामग्रियों को ठीक से मिलाएं और यह “मनी प्लांट” के लिए एकदम सही मिट्टी का मिश्रण तैयार है।

6. मनी प्लांट में पानी देने के टिप्स

    • मनी प्लांट को ठीक से बढ़ने के लिए अपनी मिट्टी में कुछ ह्यूमस और नमी की आवश्यकता होती है। इसकी मिट्टी सूखनी नहीं चाहिए।
    • जब भी लगे कि मिट्टी सूखी और सख्त हो रही है तो ठीक से पानी दें।
    • मोस स्टिक पर भी (अगर है तो) पानी दे और इसे गीला रखे।
    • इसकी पत्तियों में कभी धुल नहीं जमनी चाहिए, इसके लिए मनी प्लांट की पत्तियों को हमेशा पानी से साफ करें और यह प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को भी बढ़ाएगी।

 

7. मनी प्लांट के लिए मॉस स्टिक या सहारा

अगर आप चाहते हैं कि आपका मनी प्लांट बहुत घना हो तो सबसे पहले आपको उसे सहारा देना होगा।मॉस स्टिक सबसे पसंदीदा और सस्ता विकल्प (सभी नर्सरी में आसानी से उपलब्ध) है।

8. मनी प्लांट की कटाई छंटाई

    • मनी प्लांट को हरा भरा और घना करने के लिए नियमित अंतराल पर छंटाई करनी चाहिए।
    • मनी प्लांट के स्वस्थ विकास के लिए पीली और खराब पत्तियों की छंटाई बहुत आवश्यक है।
    • छंटाई के लिए हमेशा तेज और साफ उपकरणों का उपयोग करें।
    • जितना अधिक आप इसकी छँटाई करेंगे, यह उतना ही सघन होता जाएगा।

 

9. मनी प्लांट के लिए खाद

    • मनी प्लांट को समय-समय पर खाद डालने से लाभ होता है, खासकर बढ़ते मौसम (वसंत से पतझड़) के दौरान।
    • हमें मनी प्लांट में हर बीस दिन में खाद बदल कर देना चाहिए। कभी हाई एनपीके (गाय के गोबर के तरल खाद, सरसों के खल की खाद, नीम की खली की खाद) या कभी सूक्ष्म पोषक देने चाहिए (समुद्री शैवाल,एप्सम नमक)।
    • जब मनी प्लांट बहुत ज़्यादा घना हो जाता हैै तो उसकी गमले की मिट्टी साफ दिखाई नहीं देती। इसलिए, उस समय मिट्टी में ऊपर से खाद डालना संभव नहीं होता है। उस स्थिति में, तरल खाद इस पौधे के लिए ज़रूरी है।
    • अपने पौधे पर हमेशा खाद को पतला करके डालें जिसमें पानी अधिक हो और खाद तुलनात्मक रूप से कम हो।

मनी प्लांट में अधिक खाद डालने से पत्तियां पीली पड़ जाएंगी, विकास रुक जाएगा और अन्य समस्याएं हो जाएंगी।

 

उपरोक्त जानकारी “मनी प्लांट” के बारे में थी।

अपना गार्डन बनाइये! और बागवानी करते रहें! धन्यवाद!!!

https://youtu.be/rD-9kF80Ab0