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Lemongrass Tea Benefits: Cleanse Your Gut, Improve Digestion, and Boost Overall Health

Lemongrass Tea Benefits: A Healthy Alternative to Traditional Teas

 

In today’s world, there is no shortage of tea options. With a wide variety of teas available in the market, herbal teas have gained significant popularity.

lemongrass tea benefits

For instance, many people now prefer drinking chamomile tea. As more individuals become health-conscious, they are moving away from traditional milk tea and opting for teas made from various herbs. Among these, lemongrass tea has emerged as an excellent alternative.

 

What is Lemongrass Tea?

 

Lemongrass is a plant with long, thin green leaves. It has been used in Ayurveda for treating various ailments.

  • To make lemongrass tea, the leaves and stalks of the plant are boiled in water, releasing its natural essence.
  • It can also be consumed in the form of juice.

Lemongrass Tea Benefits

 

Lemongrass tea, a herbal infusion made from a grassy plant, is different. It’s packed with medicinal properties that can do wonders for your body, making it an excellent addition to your daily routine.

1. Enhances Digestion

 

Lemongrass tea is known to strengthen the digestive system.

  • It aids in smooth digestion, alleviates bloating, gas, and acidity, and keeps your gut clean.
  • Regular consumption of lemongrass tea can also help prevent common digestive issues like nausea, diarrhea, and stomach pain.

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2. Controls Cholesterol Levels

 

Drinking lemongrass tea regularly can help maintain healthy cholesterol levels.

  • It reduces bad cholesterol (LDL) and supports heart health by preventing the buildup of cholesterol that could lead to heart disease.
  • Incorporating lemongrass tea into your diet is a simple yet effective way to keep your heart healthy.

3. Aids in Weight Loss

 

If you’re struggling with weight management, lemongrass tea can be a valuable ally.

  • It boosts metabolism, which helps in burning fat more efficiently. This makes it an excellent choice for those looking to shed a few pounds naturally.
  • Drinking lemongrass tea daily can contribute to faster weight loss and help you maintain a healthy weight.

4. Regulates Blood Pressure

 

Lemongrass tea has been found to help regulate blood pressure levels, making it beneficial for those with hypertension.

  • It also aids in controlling blood sugar levels, making it a good choice for individuals with diabetes.
  • By incorporating this tea into your routine, you can help manage these conditions more effectively.

5. Rich in Antioxidants and Anti-Cancer Properties

 

Lemongrass is loaded with antioxidants, which protect your cells from damage caused by free radicals.

  • It also possesses anti-cancer, antifungal, antibacterial, and antidepressant properties.
  • The presence of essential nutrients like Vitamin A, folic acid, zinc, copper, iron, potassium, phosphorus, calcium, and manganese makes lemongrass a powerhouse of health benefits.

Regular consumption of lemongrass tea can contribute to overall well-being and may even reduce the risk of certain cancers.

Incorporating lemongrass tea into your daily routine can be a simple yet powerful way to enhance your health.

  • From improving digestion to reducing stress, this herbal tea offers a wide range of benefits that can help you maintain a healthier lifestyle.

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औषधीय पौधे एवं उनके उपयोग: Part II

औषधीय पौधे प्रकृति के उपचार हैं। वे विशेष पौधे हैं जिनमें हमारे स्वास्थ्य को ठीक करने और बेहतर बनाने की शक्ति है। इन पौधों का उपयोग सदियों से विभिन्न बीमारियों और बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है।

इस लेख में, आइए अधिक औषधीय पौधों के बारे में जानें जिन्हें आप घर पर उगा सकते हैं और जानें कि वे हमें कैसे लाभ पहुंचा सकते हैं।

4. करी पत्ता

इसे मीठा नीम या डॉ. सेंसिटिव भी कहा जाता है।

  • करी पत्ते में कई स्वास्थ्यवर्धक गुण होते हैं, जो कई स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं।
  • आजकल बाजार में सूखे करी पत्ते उपलब्ध हैं, और मुख्य रूप से रसोई में इस्तेमाल होने वाले मसाले के रूप में उपयोग किये जाते हैं।

करी पत्ते के औषधीय लाभ

curry leaves

करी पत्ते में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं.

(i) लीवर और दिल से जुड़ी बीमारियों में करी पत्ते का सेवन फायदेमंद होता है।

(ii) एनीमिया के खतरे को कम करता है और शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।

(iii) करी पत्ता त्वचा रोग और दाग-धब्बे, कील-मुंहासों से छुटकारा दिलाने में फायदेमंद है।

(iv) करी पत्ते में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट दिल को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ-साथ अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने का भी काम करता है।

(v) साइनस संक्रमण, खांसी और सर्दी की समस्या को दूर करने के लिए करी पत्ते का सेवन किया जा सकता है। इसमें विटामिन ए और सी उच्च मात्रा में पाए जाते हैं।

रोजाना खाली पेट 6-8 पत्तियां खाने की दिनचर्या का पालन करना उपरोक्त सभी समस्याओं का एक प्रस्तावित समाधान है।

5. पथरचट्टा प्लांट (कलानचो पिनाटा)

पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक पौधा है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं।

  • इसका उपयोग घर पर कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
  • पत्थरचट्टा में मौजूद उपचारात्मक गुण कई बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं।
पत्थरचट्टा के औषधीय लाभ

Patharchatta

इस गुणकारी और सदाबहार पौधे के उपयोग से प्राप्त प्रमुख स्वास्थ्य लाभों में निम्नलिखित शामिल हैं –

(i) अगर आपको पथरी की समस्या है तो पत्थरचिट्टा आपकी सेहत के लिए रामबाण है।

(ii) पत्थरचट्टा की पत्तियों से प्राप्त रस में विशेष तत्व होते हैं, जो रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

(iii) पत्थरचट्टा की पत्तियों में विशेष प्रकार के यौगिक पाए जाते हैं, जो घावों के भरने की प्रक्रिया को तेज करते हैं।

(iv) इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन, लालिमा और जलन जैसे लक्षणों को भी कम करते हैं।

पत्थरचट्टा को औषधि के रूप में कैसे उपयोग करें?

1. 2-3 पत्तियां लें, उन्हें पीस लें और शहद के साथ मिला लें।

2. गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए रोजाना खाली पेट गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करें।

3. इससे पेट दर्द से भी राहत मिलती है

“पत्थरचट्टा पौधे को एक पत्ती काटकर भी बहुत आसानी से लगाया जा सकता है।”

6. पारिजात (हरश्रृंगार या शूली)

पारिजात के पौधे को हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।

  • यह कई बीमारियों का प्रभावी ढंग से इलाज कर सकता है।
  • अत्यंत सुगंधित, छोटी पंखुड़ियों वाले और सफेद रंग के हरसिंगार के फूल केवल रात में ही खिलते हैं, इसलिए इन्हें नाइट ब्लूमिंग जैस्मीन या रात की रानी भी कहा जाता है।
  • एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर पारिजात कई बीमारियों से लड़ने में मददगार है।

पारिजात के औषधीय लाभ

Night jasmine

इस पौधे की पत्तियां, फूल और छाल में औषधीय गुण मौजूद होते हैं:

(i) गठिया के मरीजों के लिए यह बहुत कारगर है।

(ii) इसकी पत्तियों का उपयोग सर्दी और फ्लू के इलाज के साथ-साथ पेट के कीड़ों को मारने के लिए भी किया जा सकता है।

(iii) यह किसी भी तरह के घाव को ठीक करने में सहायक है।

(iv) यह मधुमेह के लिए बहुत फायदेमंद है।

(v) इससे आंखों के रोगों में भी लाभ मिलता है।

(vi) इसका उपयोग बुखार को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।

(vii) पारिजात के गुणों से दाद का भी इलाज किया जा सकता है।

(viii) इसका एक बीज प्रतिदिन खाने से बवासीर रोग ठीक हो जाता है।

(ix) इसके फूल हृदय के लिए भी सर्वोत्तम माने जाते हैं। इसके फूलों के रस का सेवन करने से हृदय रोग से बचा जा सकता है।

उपचार के लिए पारिजात का उपयोग कैसे करें?

(i) पारिजात की 6-7 पत्तियां लें।

(ii) इन्हें पानी से धो लें। इन्हें आधा लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक पानी की मात्रा एक चौथाई न रह जाए।

(iii) इसे छान लें और इस पानी को मिश्री के साथ पी लें।

इसे घावों पर कैसे लगाएं?

कभी-कभी घावों को ठीक होने में समय लगता है।

  • इन्हें जल्दी ठीक करने के लिए पारिजात की पत्तियों का लेप लगाएं।
  • इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए यह घाव को फैलने नहीं देगा।

7. बेल का पौधा

बेल एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। आयुर्वेद में इसके कई फायदे बताए गए हैं।

  • इसका फल बहुत सख्त होता है लेकिन
  • अंदर से नरम और गूदेदार होता है और इसमें बीज भी होते हैं।

Bael plant

बेल का प्रयोग कई प्रकार की औषधियां बनाने में किया जाता है, साथ ही कई स्वादिष्ट व्यंजनों में भी इसका प्रयोग प्रमुखता से किया जाता है।

  • बेल में प्रोटीन, बीटा-कैरोटीन, थायमिन, राइबोफ्लेविन और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
बेल के पौधे के औषधीय लाभ

bael juice

(i) दस्त और पेचिश के लिए बेल फल का उपयोग किया जा सकता है।

(ii) बेल के रस का उपयोग रक्त को शुद्ध करने के लिए किया जाता है।

(iii) यह किडनी की कार्य क्षमता को भी बढ़ाता है।

(iv) बेल का फल खाने से लीवर अच्छे से काम करता है क्योंकि यह शरीर की सभी अशुद्धियों को नष्ट कर देता है।

(v) हैजा की समस्या में बेल का रस और बेलपत्र का चूर्ण पानी के साथ लेना चाहिए, इससे राहत मिलती है।

बेल का सेवन कैसे करें?

1. उपरोक्त सभी बीमारियों को ठीक करने के लिए पत्तियों को नमक के साथ खाएं।

2. लू से बचने के लिए बेल का जूस पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि बेल का जूस ठंडक प्रदान करता है और जब भी आप घर से बाहर जाएं तो बेल का जूस पीएं ताकि आपका शरीर ठंडा रहे और आपको लू न लगे।

3. बेल के पत्ते का रस निकालकर काली मिर्च के साथ सेवन करने से पीलिया और पुरानी कब्ज से राहत मिलती है।

“बेल का पौधा आमतौर पर जमीन में पाया जाता है लेकिन इसे 12-14 इंच के गमले में भी उगाया जा सकता है।”

अवश्य पढ़ें:

औषधीय पौधे एवं उनके उपयोग: (I)

शुभ बागवानी!

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Medicinal Plants: Benefits and Uses (II)

Medicinal plants are nature’s remedies. They are special plants that have the power to heal and improve our health. These plants have been used for centuries to treat various illnesses and ailments. 

In this article, let’s explore more medicinal plants you can grow at home and discover how they can benefit us.

4. Curry Leaf

It is also known as ‘Meetha Neem’ or ‘Dr. Sensitive.’

  • Curry leaves possess numerous healthful properties that aid in the treatment of various health conditions.
  • Nowadays, dried curry leaves are available in the market and are primarily used as spices in the kitchen.

Medicinal benefits of Curry leaves

Many medicinal properties are found in curry leaves which are as follows:

curry leaves

  • Consuming curry leaves is beneficial for diseases related to the liver and heart.

  • They reduce the risk of anemia and help control blood sugar levels in the body.

  • Curry leaves are also effective in treating skin conditions, including spots and pimples. 

  • The antioxidants in curry leaves contribute to heart health by reducing bad cholesterol and increasing the levels of good cholesterol.

  • They can also be consumed to alleviate sinus infections, coughs, and colds.

  • It is suggested to incorporate a daily routine of consuming 6-8 leaves on an empty stomach as a potential solution for the mentioned health issues.

“High levels of vitamins A and C are found in the curry leaves.”

5. Patharchatta Plant (kalanchoe Pinnata)

Pattharchatta is an Ayurvedic plant with numerous medicinal properties.

  • It is commonly used to address various health-related issues at home.
  • The healing properties found in Pattharchatta are beneficial in treating a wide range of diseases.

Patharchatta

 

Medicinal benefits of Patharchatta

The significant health benefits derived from the use of this potent and evergreen plant include the following:

1. If you have kidney stone problems, Pattharchatta is a natural remedy for your health.

2. The juice extracted from Pattharchatta leaves contains special elements that help control blood pressure levels.

3. Stonecrop leaves contain specific compounds that accelerate the wound-healing process.

4. Additionally, its anti-inflammatory properties can alleviate symptoms such as swelling, redness, and irritation.

How to use Patharchatta as a medicine?

1. Take 2-3 leaves, grind them, and mix the paste with honey.

2. Consume this mixture on an empty stomach with lukewarm water daily to treat kidney stones.

3. It can also provide relief from stomach aches.

“Patharchatta plant can be easily grown from a single leaf cutting.”

6. Night Jasmine (Parijat) 

The Parijat plant, also known as Night Jasmine, Harsingar, is renowned for its abundant medicinal properties, which make it effective in treating various diseases.

  • These small-petaled, white Harsingar flowers are highly fragrant and bloom only at night, earning them the names ‘Night Blooming Jasmine’ or ‘Queen of the Night.
  • Parijat is rich in antioxidants, anti-inflammatory, and antibacterial properties, making it valuable in combating a wide range of illnesses.”

Night jasmine

Medicinal benefits of Parijat (Night Jasmine)

The leaves, flowers, and bark of this plant contain medicinal properties.

1. It is highly effective for arthritis patients.

2. Its leaves can be used to treat colds, flu, and to expel stomach worms.

3. It aids in healing various types of wounds.

4. It is beneficial for individuals with diabetes.

5. It provides benefits for eye diseases.

6. It is also used to treat fever.

7. The properties of Parijat can be useful in managing ringworm.

8. Pile disease can be treated by consuming one seed of Parijat daily.

9. The juice of its flowers is considered effective for heart health and may help prevent heart disease.

How to prepare Parijat for the treatment?

1. Take 6-7 leaves of Parijat.

2. Wash them with water.

3. Boil them in half a liter of water until the quantity reduces to one-fourth.

4. Strain the liquid and consume it with sugar candy.

How to apply it on the wounds?
  • Sometimes wounds take time to heal.
  • To expedite the healing process, apply a paste of Parijat leaves to the wounds.
  • Parijat has antifungal and antibacterial properties, which help prevent the wound from spreading.

7. Bael Plant (Stone Apple)

Bael, also known as the stone apple, is a significant medicinal plant.

Bael plant

  • Ayurveda mentions many of its benefits. The fruit has a tough outer shell, but the inside is soft, pulpy, and contains seeds.
  • Bael is used in the preparation of various medicines, and it also features prominently in many delicious dishes.

“Bael (stone apple) is rich in protein, beta-carotene, thiamin, riboflavin, and vitamin C.”

Medicinal benefits of Bael plant

bael juice

1. Bael fruit can be used to alleviate diarrhea and dysentery.

2. Bael juice is employed to purify the blood.

3. It also enhances the functioning of the kidneys.

4. Consuming Bael fruit aids in the effective removal of impurities from the body.

5. In cases of cholera, consuming Bael juice and Belpatra powder with water provides relief.

How to consume Bael?

1. To treat the above-mentioned ailments, consume the leaves with salt.

2. To prevent heat stroke, it is advisable to drink Bael juice because it has cooling properties. When going out, drinking Bael juice can help keep your body cool and prevent heat stroke.

3. Extracting the juice from Bael leaves and consuming it with black pepper can provide relief from jaundice and chronic constipation.

Bael plants are generally grown in the ground, but they can also be grown in a 12-14 inch pot.

Must read:

Medicinal Plants: Benefits and Uses (Part 1)

Happy Gardening!

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औषधीय पौधे एवं उनके उपयोग: (I)

प्रकृति ने हमें अनगिनत अद्भुत पौधों प्रदान करके हम पर बड़ी कृपा की है। आप  जितना अधिक उनसे परिचित होंगे, उतना ही वे आपको आश्चर्यचकित करेंगे। ये सिर्फ फल, फूल, पत्ते, सब्जियां और ऑक्सीजन ही नहीं बल्कि आयुर्वेदिक औषधियों का भी खजाना हैं।

आयुर्वेद में कुछ औषधीय पौधे और जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का प्रभावी ढंग से इलाज या उपचार कर सकते हैं और हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छे साबित हो सकते हैं। ये पौधे लंबे समय से भारतीय परंपरा का हिस्सा रहे हैं और प्राचीन काल से ही विभिन्न औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोग किए जाते रहे हैं।

आइए जानते हैं ऐसे कौन से औषधीय पौधे हैं, जिन्हें आप अपने घर में लगा सकते हैं और कई बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।

1. तुलसी (Holy Basil)

तुलसी कई औषधीय गुणों से भरपूर एक पवित्र पौधा है, जो लगभग हर घर में पाया जाता है।

  • तुलसी में कई बीमारियों और दर्द के उपचारात्मक गुण हैं। तुलसी एक अलौकिक माउथ फ्रेशनर है।

tulsi plant

तुलसी के औषधीय लाभ

इस रहस्यमय पौधे की पत्तियों का काढ़ा पीने से खांसी, सर्दी, गले में खराश, सिरदर्द, बंद नाक, मनोवैज्ञानिक तनाव और कई अन्य परेशानियों का इलाज किया जा सकता है। इन पत्तियों को चाय में मिलाया जा सकता है या तरल पदार्थ के रूप में सेवन किया जा सकता है।

कैसे बनाएं तुलसी का काढ़ा?
  • एक पैन में कुछ पत्तियां और 1 लीटर पानी लें।
  • इसे तब तक उबलने दें जब तक पानी की मात्रा आधी न हो जाए।
  • इसे छानकर खाली पेट पियें।

2. गिलोय (Giloy)

गिलोय का उपयोग सदियों से आयुर्वेद में एक औषधि के रूप में किया जाता रहा है और इसने कोविड-19 महामारी में काफी सहायता प्रदान की है।

giloy

  • इसे अमृता भी कहा जाता है और इसमें तीनों रोगों – वात, पित्त और कफ को ठीक करने की अलौकिक शक्ति है।
  • गिलोय को बढ़ने के लिए सहारे की जरूरत होती है और बढ़ते समय यह विभिन्न पेड़ों से लिपट जाती है।
  • इस प्रक्रिया में, यह सहायक पौधों के कुछ लाभकारी गुण भी प्राप्त कर लेता है। इसीलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय सर्वोत्तम मानी जाती है।

गिलोय के औषधीय लाभ

  • गिलोय से बुखार, पीलिया, एसिडिटी, अपच, अस्थमा, खांसी और फ्लू के कई मामलों को ठीक किया जा सकता है।
  • हालाँकि इस पौधे के सभी भाग जैसे पत्तियाँ, छाल, बेल और जड़ें औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोग की जा सकती हैं, लेकिन इन सभी के अलावा इसकी बेल ने अधिक लोकप्रियता हासिल की है।

giloy plant

गिलोय को औषधि के रूप में कैसे उपयोग करें?
  • लगभग एक इंच की एक बेल लें (चाहे वह नरम हो या सख्त), इसे काटें और अच्छी तरह से कुचल दें।
  • इसे आधा लीटर पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
  • तापमान पीने योग्य अवस्था में आने पर इसे मिश्री के साथ पियें।

3. एलोविरा (Aloe Vera)

Aloe-Vera-Plants

एलोवेरा अपनी मांसल पत्तियों में पानी जमा करता है, यही कारण है कि यह बहुत शुष्क परिस्थितियों में भी स्वयं को बनाए रख सकता है।

  • इसके अनगिनत फायदों के कारण इसका इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है।
  • इस रसीले के कई कॉस्मेटिक लाभ हैं। कई बड़े ब्रांड इस पौधे से कॉस्मेटिक और सौंदर्य उत्पाद बनाकर पैसा कमा रहे हैं।
एलोवेरा के औषधीय लाभ

अगर एलोवेरा के औषधीय गुणों की बात करें तो इसमें एंटीसेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और ऐसे ही कई गुण होते हैं। साथ ही इनमें विटामिन ए और फोलिक एसिड जैसे जरूरी पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।

aloe vera gel

 

  • यह त्वचा और बालों में क्रमशः प्राकृतिक चमक और रौनक प्रदान करता है।
  • मॉइस्चराइजेशन के लिए एलोवेरा जेल को सीधे शरीर पर लगाया जा सकता है।
  • एलोवेरा की तासीर ठंडी होती है।
  • धूप से होने वाली टैनिंग और गर्मी की लू से राहत पाने के लिए इस जेल को सीधे शरीर पर लगाया जा सकता है।
  • एलोवेरा जली हुई त्वचा के लिए मरहम की तरह काम करता है। यह जेल बिना कोई निशान या दाग छोड़े जले हुए हिस्से को ठीक करने में मदद करता है।
  • एलोवेरा खून को साफ करता है और कई लोग इसे रोजाना पीते हैं।

मानव रोगों के उपचार के लिए प्राचीन काल से ही विभिन्न प्रकार के औषधीय पेड़-पौधों का उपयोग किया जाता रहा है। पेड़-पौधे प्रकृति का दिया हुआ वरदान हैं, जो मानव जीवन चक्र में अपनी विशेष भूमिका निभाते हैं।

ऐसे अनगिनत पौधे हैं जिनके चिकित्सीय लाभ बहुत अधिक हैं, लेकिन कई स्वास्थ्य समस्याओं से तुरंत राहत पाने के लिए ये पौधे हर घर में होने चाहिए।

धन्यवाद!

शुभ बागवानी!